नई दिल्ली। 16 वर्षीय प्रियव्रत(priyavarta) नाम के एक युवक ने इतनी कम उम्र में महापरीक्षा पास कर इतिहास रच दिया है। अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए अपने पिता के साथ प्रियव्रत ने वेदों और न्याय का अध्ययन करते हुए सभी व्याकरण ग्रंथों का अध्ययन किया। उन्होंने तेनाली परीक्षा (महापरीक्षा) के 14 स्तरों को सबसे कम समय में पास करने की सफलता हासिल की है।
Excellent!
Congratulations to Priyavrata for this feat. His achievement will serve as a source of inspiration for many! https://t.co/jIGFw7jwWI
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2019
उनकी इस बड़ी उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के माध्यम से उन्हें बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा ‘इस उपलब्धि के लिए प्रियव्रत को बधाई, उनकी उपलब्धि कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में काम करेगी।’
माता-पिता से से सीखा
प्रियव्रता ने अपनी मां अपर्णा और पिता देवदत्ता पाटिल की मदद से मुकाम हासिल किया। उनके पिता ने उन्हें वेद पढ़ाने में पूरा सहयोग किया। अक्सर माता-पिता अपने बच्चों को शस्त्रों की पढ़ाई कराने के लिए आगे नहीं बढ़ते हैं, लेकिन प्रियव्रता के माता-पिता ने काफी अहम भूमिका निभाई है।