नई दिल्ली। कोलकाता में ममता बनर्जी की अगुवाई में विपक्षी पार्टियों की संयुक्त भारत रैली में 23 पार्टियों के नेताओं ने मोदी सरकार को जीएसटी, नोटेबंदी और राफेल डील समेत कई मुद्दों पर घेरा। इस दौरान जदयू के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के साथ रहे शरद यादव ने कुछ ऐसा कह दिया कि वहां मौजूद सभी लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा ली।
दरअसल लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव ने अपने संबोधन में राफेल की जगह बोफोर्स घोटाले का मुद्दा उठा दिया। बताया जा रहा है कि दौरान मंच पर मौजूद कांग्रेस के प्रतिनिधि अभिषेक मनु सिंघवी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे उनका चेहरा देखते रहे।
Thank you Sharad ji for having the courage to speak about Bofors! pic.twitter.com/4NreAmPQJX
— BJP (@BJP4India) January 19, 2019
बता दें कि मंच पर बोलते हुए शरद यादव ने कहा कि ”बोफोर्स की लूट, फौज का हथियार और फौज का जहाज यहां लाने का काम हुआ। आगे उन्होने कहा कि भारत के लोग सीमा पर शहादत दे रहे हैं और डकैती डालने का काम बोफोर्स में हुआ है, डकैती हो गई है।” इस दौरान उन्होने कई जगह राफेल की जगह बोफोर्स का नाम लिया। बताते चले कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में बोफोर्स घोटाले के आरोप लगे थे।
हालाकि इस दौरान तृणमूल के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने शारद यादव के पास जाकर उनकी गलती बताई जिसके बाद गलती को सुधारते हुए कहा कि उनका मतलब राफेल से था। भाजपा ने शारद यादव के भाषण के बाद ट्वीट करके लिखा कि बोफोर्स के बारे में हिम्मत जुटाने के लिए थैंक्यू शरद जी। जिसके नीचे लिखा था कि महागठबंधन के मंच पर नेताओं की जुबान से निकला सच।