मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत इस समय हर पल बदलती जा रही है। एनसीपी का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ जाने वाले अजित पवार को मनाने की कोशिशें जारी हैं। एनसीपी के कई दिग्गज नेता उन्हें मानने का प्रयास कर चुके हैं। बावजूद इसके वह मानने को तैयार नहीं हैं। एक लंबी मुलाकात के बाद जब छगन भुजबल बाहर निकले तो अजित पवार भी विधानसभा से सीधे अपने घर के लिए रवाना हुए।
बता दें कि, आज यानी सोमवार सुबह एनसीपी नेता अजित पवान को मनाने की तमाम कोशिशें कीं। सूत्रों की मानें, एनसीपी नेताओं की ओर से अजित पवार को कहा गया कि अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो उनकी हार होगी। लेकिन एनसीपी चाहती है कि अजित पवार वापस आ जाएं ताकि पवार परिवार पर कोई असर ना पड़े। वहीं, अजित पवार को आज ही उपमुख्यमंत्री पद का पदभार संभालने के लिए मंत्रालय जाना था, लेकिन वह नहीं जा पाए हैं।
वहीं दूसरी ओर देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाल चुके हैं। उधर अजित पवार से मुलाकात के बाद छगन भुजबल ने कहा कि, हमने विचार विमर्श किया है, कुछ रास्ता निकले इसके लिए कोशिश जारी है। जब छगन भुजबल से पूछा गया कि क्या अजित पवार को पार्टी से बाहर निकाला जाएगा तो उन्होंने कहा कि इस बात को वह शरद पवार तक पहुंचाएंगे।
हालांकि, जयंत पाटिल ने कहा कि वह अजित पवार से एक बार फिर मुलाकात करेंगे। वहीं, एनसीपी का दावा है कि 54 में से 53 विधायक उनके साथ हैं, जो अजित पवार के साथ होने का दावा कर रहे थे वो भी अब वापस आ चुके हैं। इसी के बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की तरफ से राजभवन जाकर करीब 162 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा गया।