बाराबंकी। नागरिकता कानून को लेकर देश में लगातार विपक्षी पार्टियां, लेफ्ट समर्थक और कुछ मुस्लिम संगठन व छात्र लगातार नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आये दिन विपक्षी दलों द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ कोई न कोई बयान आता रहता है, वहीं अब उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व सपा प्रमुख अखिलेश यादव का कहना है कि बीजेपी का गेमप्लान नोटबंदी की तरह है, पहले लोग नोटबन्दी में लाइन में खड़े हुए अब कागजों के लिए लाइन में खड़े होंगे।
आपको बता दें कि अखिलेश बुधवार को सीतापुर दौरे पर गये थे, वहीं से लौटने के बाद जब वो बाराबंकी पहुंचे तो उन्होने केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून ठीक उसी तरह है जैसे नोटबंदी के समय था। नोटबंदी में लोगों को बैंकों की लाइन में खड़ा कर दिया और अब कागजात दिखाने के लिए लाइन में खड़ा करेंगे। उन्होने कहा कि बीजेपी ये कानून सिर्फ मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए लेकर आयी है। उन्होने तंज कसते हुए कहा सरकार संसद में कानून नही समझा पायी अब गली गली, चौराहों पर जाकर कानून समझा रही।
उन्होने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तो एक आइपीएस आरोप लगा रहा है कि ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार हो रहा है। प्रदेश में बीजेपी की सरकार में सपा कार्यकर्ताओं की तो जान गई ही है, साथ-साथ आम जनता की भी जान गई है। खासकर जिन बेटियोँ को न्याय मिलना चाहिए उनकी भी जान चली गई है। आज वह कहीं आत्मदाह कर रही है तो कहीं जलाई जा रही हैं। उन्होने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक आइपीएस खुद यह आरोप लगा रहा है कि आईपीएस के ट्रांसफर में पैसा लिया जा रहा है।