HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. जीवन मंत्रा
  3. Amaltas : जड़ी बूटियां भारतीय लोगों के लिए जीवन रेखा है, अमलतास में छिपा है सेहत का खजाना

Amaltas : जड़ी बूटियां भारतीय लोगों के लिए जीवन रेखा है, अमलतास में छिपा है सेहत का खजाना

आयुर्वेदिक चिकित्सा में जड़ी बूटी और वनस्पतियां जीवन को निखार देती है। सदियों से भारतीय जीवन शैली में आयुर्वेद के नियमों का पालन होता आ रहा है।

By अनूप कुमार 
Updated Date

Amaltas:  आयुर्वेदिक चिकित्सा में जड़ी बूटी और वनस्पतियां जीवन को निखार देती है। सदियों से भारतीय जीवन शैली में आयुर्वेद के नियमों का पालन होता आ रहा है। इसमें असाध्य बीमारियों और स्वास्थ्य जीवन के लिए चमत्कारी नुस्खे बताए गए है।  अमलतास को आयुर्वेद में बहुत प्रमुख स्थान मिला है। इसके व्यापक औषधीय गुणों के कारण, भारत के कई हिस्सों में इसकी खेती की जाती है। अमलतास के सभी भाग- पत्ते, बीज, जड़, गूदा, फल और छाल में विभिन्न औषधीय गुण होते हैं।

पढ़ें :- Dandruff problem solution: बदलते मौसम में डेंड्रफ को करना है टाटा बाय, एप्पल साइडर विनेगर का ऐसे करें इस्तेमाल

आयुर्वेदिक के अनुसार अमलतास का स्वाद मीठा और कड़वा होता है। यह त्वचा रोग (कुष्ठ), बुखार (ज्वर), आमवात रोग (अमावता), हृदय रोग (हृदरोग), मासिक धर्म संबंधी समस्याएं, माइग्रेन, जलन, पीलिया, गले में सूजन, कुष्ठ रोग और खालित्य जैसी कई स्थितियों में सहायक है।

पेट दर्द और बुखार
अूलतास शिथिलता (श्रमसनम) के लिए सबसे अच्छी औषधि है। यह शरीर की तीनों ऊर्जाओं: वात, पित्त और कफ को शांत करने में भी सहायक है। अमलतास के फलों के अर्क में रेचक गुण होते हैं और यह त्वचा रोगों, पेट दर्द और बुखार के प्रबंधन में भी सहायक होते हैं। अमलतास की छाल में एंटीऑक्सीडेंट (कोशिका क्षति की रोकथाम) के गुण होते हैं।

जोड़ों के दर्द
अमलतास जोड़ों के दर्द को कम करने में भी मददगार है। अमलतास की पत्तियों को रोज़ाना खाने से जोड़ों में दर्द और सूजन की दिक्कत से आराम मिलता है। जिससे गठिया की समस्या भी कम होती है।

पढ़ें :- Angoor-Makhana Sabji Recipe: आज रात के डिनर में बनाए रजवाड़ी खट्टी-मीठी अंगूर-मखाने की सब्‍जी, बच्चे से लेकर बूढ़े तक कहेंगे वाह
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...