नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ अमेजन पहली बार दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार बंद होने पर अमेजन का मार्केट कैप 56 लाख करोड़ रुपए (796.8 अरब डॉलर) रहा। जबकि, माइक्रोसॉफ्ट का वैल्यूएशन 54.81 लाख करोड़ रुपए (783.4 अरब डॉलर) रहा। तीसरे नंबर पर अल्फाबेट और चौथे पर एपल है।
पिछले साल माइक्रोसॉफ्ट अमेरिका की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई थी। जिसका बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 753.3 अरब डॉलर था, जबकि एप्पल साल 2010 के बाद से पहली बार दूसरे नंबर पर पिछड़ गई। एप्पल अगस्त में अमेरिका की पहली 1,000 अरब डॉलर वाली कंपनी बनी थी, जिसका मार्केट कैप शुक्रवार को घटकर 746.8 अरब डॉलर हो गया, जिसका प्रमुख कारण आईफोन की उम्मीद से कम बिक्री होना है और ऐसी खबरें आ रही है कि कंपनी के आपूर्तिकर्ता अपने लागत और कार्यबल में कटौती कर रहे हैं।
माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन में आगे निकलने की इस कदर होड़ लगी है कि उन्होंने एप्पल इंक को भी पीछे छोड़ दिया है। एप्पल इंक लगातार कई सालों तक पहले पायदान पर जमी हुई थी। अभी की बात करें तो एप्पल का कुल बाजार पूंजीकरण 702 अरब डॉलर का है। जानकारों के मुताबिक एप्पल को सबसे बड़ा झटका चीनी बाजार से लगा है। चीन में लगातार कम हो रही आईफोन की डिमांड का असर अब कंपनी पर दिखने लगा है।
अमेजन के फाउंडर और सीईओ लंबे समय से दुनिया के अमीरों की लिस्ट में टॉप पर बने हुए हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में 9.45 लाख करोड़ रुपए (135 अरब डॉलर) नेटवर्थ के साथ बेजोस नंबर-1 हैं। बिलेनियर इंडेक्स में 6.44 लाख करोड़ रुपए (92 अरब डॉलर) की नेटवर्थ के साथ बिल गेट्स दूसरे नंबर पर हैं।