कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए और कोरोना से बचाव को लेकर क्लेट्रेट परिषर में किया गया बैरिकेटिंग और थर्मल स्किनिंग का व्यवस्था .अब हर व्यक्ति को थर्मल स्किनिंग जांच के बाद सही पाए जाने पर क्लेट्रेट परिषर में जाने की दी जाएगी अनुमति।
जिसका एडीएम वित्त ने क्लेट्रेट परिषर में कि गयी बैरिकेटिंग और थर्मल स्किनिंग के व्यवस्था का किया निरीक्षण दिए आवश्यक निर्देश।
सीएम सिटी गोरखपुर में आए दिन कोरोना के मरीजो की तादात बढ़ रही हैं. गोरखपुर सहर में अगर देखा जाय तो लगभग 50% शहर के इलाकों को सील कर दिया गया है .ऐसे में गोरखपुर के क्लेट्रेट परिषर में कोरोना से बचाव को लेकर कोई व्यवस्था नही थी.आय दिन बिना रोक टोक के क्लेट्रेट परिषर में हजारों लोगों का आना जाना लगा रहता है.
जिससे कोरोना के संक्रमण के बढ़ने का खतरा भी था.
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जिलाधिकारी के विजेंद्र पांडियन के निर्देश पर गोरखपुर के क्लेट्रेट परिषर में चारो तरफ बैरिकेटिंग कर दिया गया . सिर्फ
दो पॉइंट बनाये गए हैं इंट्री के लिए. और दोनों जगहों पर थर्मल स्किनिंग एवं सैनेटाइजर की व्यवस्था भी की गई.
अब जो भी कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर प्रवेश करेगा उसे पहले थर्मल स्कैनिंग से गुजरना पड़ेगा. थर्मल स्कैनिंग जांच के बाद सही पाए न जाने पर दी जाएगी उस व्यक्ति को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी ।
जिसका एडीएम वित्त ने बैरिकेडिंग की गई व्यवस्था और थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों और थर्मल स्किनिंग पॉइंट पर तैनात लोगों को दिए आवश्यक निर्देश।
एडीएम वित्त राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जो भी व्यक्ति घूमते हैं यह पता करना मुश्किल होता है कि कौन पॉजिटिव है कौन नेगेटिव यह बहुत ही मुश्किल था जिसको देखते हुए अब कलेक्ट्रेट परिषर को सुव्यवस्थित कर दिया गया. अब जो भी व्यक्ति कलेक्ट्रेट परिषर में प्रवेश करेगा .पहले उसका टेंपरेचर चेक किया जाएगा और उसका नाम पता नोट करने के बाद ही उसे प्रवेश करने का अनुमति दी जाएगी।