नई दिल्ली: आपके शरीर के जोड़, घुटने, कूल्हे, कंधे या फिर पूरे शरीर में बिना किसी खास वजह से दर्द और सूजन हो तो सतर्क हो जाएं, आप गठिया की गिरफ्त में हो सकते हैं। गठिया बहुत सामान्य समस्या है जो आपके सामने कई रूपों में आ सकती है। कभी-कभी तकलीफ इतनी बढ़ जाती है कि आपको चलने-फिरने में भी दिक्कत हो सकती है।
गठिया का मुख्य कारण है शरीर में बढ़ा हुआ यूरिक एसिड। यूरिक एसिड के कण धीरे-धीरे जोड़ों पर जमा हो जाते हैं और फिर सूजन और दर्द का कारण बनते हैं। ये यूरिक एसिड प्यूरिन के टूटने से शरीर के अंदर बनता है। गठिया की बीमारी महिलाओं और पुरुषों दोनों की हो सकती है।
गठिया के लिए बाजार में कई तरह की दवाइयां मौजूद हैं, लेकिन शरीरिक श्रम और कुछ घरेलू उपायों से भी इसका उपचार संभव है। गठिया रोगियों के लिए अदरक और अजवाइन का प्रयोग बहुत फायदेमंद है। आइए आपको बताते हैं इसका इस्तेमाल और क्या हैं फायदे …
एक पैन में डेढ़ कप पानी लें और इसमें आधा चम्मच अजवाइन और एक इंच का टुकड़ा अदरक काटकर या कूचकर डालें। इसे 6-7 मिनट तक उबालें ताकि अदरक और अजवाइन का अर्क पानी में आ जाए. इसके बाद इस काढ़े को छानकर पिएं।
आप दिन में 2 बार इसी तरह अदरक और अजवाइन के काढ़े या चाय को उबालकर पिएं। इससे आपके शरीर में पसीना आएगा और आपका यूरिक एसिड प्राकृतिक रूप से कम होगा।
ऊपर बताए गए तरीके से अदरक और अजवाइन का काढ़ा तो आप पिएं ही पिएं, साथ ही गुनगुना करके दर्द की जगह पर अरंडी के तेल से मालिश करें, तो भी आपका यूरिक एसिड टूटकर बाहर निकल जाएगा। इसके अलावा अरंडी के तेल से मालिश करने से आपका दर्द कम होगा और सूजन दूर हो जाएगी।
गठिया के इलाज में लहसुन सबसे जाना-माना और लाभकारी इलाज है। इसको रोजाना लेने से गठिया के रोग में आराम मिलता है। सामान्यता कच्चे लहसुन की तीन से चार कलियां सुबह खाली पेट लेना आरामदायक होता है। वैसे अगर इसे खाना पसंद न हो तो इसमें सेंधा नमक, जीरा, हींग, पीपल, काली मिर्च और सौंठ सभी की 2-2 ग्राम मात्रा लेकर अच्छे से पीस लें. इस पेस्ट को अरंडी के तेल में भून लें और बॉटल में भर लें। दर्द होने पर लगा लें, इससे फायदा मिलेगा।