कुंडली में कमजोर गुरु के कारण संतान को कष्ट, विवाह में अड़चन, वैवाहिक जीवन में परेशानियों से लेकर धन हानि का सामना तक करना पड़ सकता है।
Astrology Brihaspati Bhagwan : कुंडली में कमजोर गुरु के कारण संतान को कष्ट, विवाह में अड़चन, वैवाहिक जीवन में परेशानियों से लेकर धन हानि का सामना तक करना पड़ सकता है। गुरु को वफादारी और समझदारी का ग्रह कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में कुंडली में कमजोर गुरु को बलवान बनाने के लिए के आसान उपाय बताए गए है। जिसको अपनाकर गुरु महाराज को को बलवान बना सकते हैं।
बृहस्पति के नकारात्मक प्रभाव के लक्षण
बृहस्पति ग्रह को ज्ञान का कारक माना जाता है। ऐसे में अगर पढ़ाई में किसी न किसी तरह की अड़चन आ रही हैं, तो वो कुंडली में खराब गुरु के कारण भी हो सकता है।
बृहस्पति ग्रह को धन लाभ का भी कारक माना जाता है। ऐसे में अगर कुंडली में गुरु की अशुभ स्थिति में होता है, तो व्यक्ति का भाग्य कभी साथ नहीं देता है और धन हानि का भी सामना करना पड़ता है। किसी न किसी कारण विवाह होने में अड़चन उत्पन्न हो जाती है, तो वह गुरु दोष के कारण हो होता हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कहा जाता हैं कि गुरु की स्थिति कमजोर होने पर व्यक्ति को आंख, गले, कान, सांस, फेफड़ों संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
1.बृहस्पति भगवान को खुश करने का सबसे सरल उपाय है बृहस्पतिवार के दिन व्रत रखना।
2.बृहस्पति भगवान को प्रसन्न करने के लिए आप पीले वस्त्र का धारण करना शुरू कर दें।
3.बृहस्पति के दिन चने की दाल, आम, केला हल्दी और सोना जैसी पीली चीजों का दान कीजिए। इस दिन घर पर भगवान सत्यनारायण और
4.देवी लक्ष्मी की पूजा या कथा का आयोजन करना भी शुभ फलदायी होता है। वहीं, अगर स्वास्थ्य संबंधी परेशानी है तो केले के पेड़ में गुरुवार के दिन जल चढ़ाएं और पूजा अर्चना करें, इससे भी बहुत लाभ होता है।
5.गुरुवार के दिन पुखराज सोने में जड़ित अंगूठी का पहनना अच्छा होता है।