आज श्रावण माह शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा है। पुष्य नक्षत्र है। आज शुक्रवार का पावन व्रत है। भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ माता लक्ष्मी जी की पूजा भी करें। आज श्री सूक्त के पाठ करने का बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में विष्णु जी का दर्शन करें। श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें।
29 जुलाई 2022 का पंचांग: आज श्रावण माह शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा है। पुष्य नक्षत्र है। आज शुक्रवार का पावन व्रत है। भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ माता लक्ष्मी जी की पूजा भी करें। आज श्री सूक्त के पाठ करने का बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में विष्णु जी का दर्शन करें। श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें। अरण्यकाण्ड के पाठ का आज बहुत महत्व है। सावन में मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध, गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें।
दुर्गा जी की स्तुति करें। आज दान का बहुत महत्व व पुण्य है। आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है। शुक्रवार को विष्णु व लक्ष्मी उपासना व व्रत का पुण्य भी है।
प्रातःकाल पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
राहुकाल – दोपहर 10:30 बजे से 12 बजे तक