बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली शहर के इज्जतनगर थाना क्षेत्र में लॉकडाउन (बंद) के दौरान सोमवार को पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ था। इस दौरान कई पुलिस कर्मियों को गम्भीर चोटें भी आयी थी। हमले के बाद पुलिस ने जहां उपद्रवियों पर जमकर लाठियां भांजी थी वहीं बाद में पुलिस ने 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, इनमें से 42 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। बता दें कि उपद्रवियों ने हमले के दौरान पुलिस चौकी फूंकने का भी प्रयास किया था।
बताया गया कि इन 42 लोगों में से 39 लोगों को मंगलवार को जेल भेज दिया गया जबकि इनमें से तीन महिलाओं को जमानत पर रिहा कर दिया गया। पुलिस ने मंगलवार सुबह इज्जतनगर थाना क्षेत्र के करमपुर चौधरी इलाके में पीएसी के साथ दबिश दी लेकिन संदिग्ध लोग घरों में ताला लगा कर फरार हो गए। बरेली के एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने बताया कि बंद का उल्लंघन करने ,पुलिसकर्मियों पर हमला और चौकी फूंकने का प्रयास करने के आरोप में सोमवार देर रात उपनिरीक्षक दुनेश कुमार ने 150 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जिनमें से 39 लोगों को मंगलवार को जेल भेज दिया है। तीन महिलाओं को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इज्जतनगर थाना क्षेत्र में बंद का पालन कराने गई पुलिस टीम पर सोमवार को उपद्रवियों ने हमला कर दिया था। हमले में एक आईपीएस अधिकारी सहित कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गये। पुलिस ने बताया कि यह मामला इज्जतनगर के कर्मपुर चौधरी का है, जहां बंद का पालन कराने गए पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने हमला कर दिया। पुलिस पर हमले की सूचना पर एसपी (नगर) भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। इस दौरान आईपीएस अभिषेक वर्मा और अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया है।
एसपी (नगर) रविंद्र सिंह ने बताया था कि इज्जतनगर इलाके के कर्मपुर चौधरी में चीता मोबाइल के दो पुलिसकर्मी गांव में लॉकडाउन का पालन कराने गए थे, जहां लोगों ने उन पर हमला कर दिया। इसके बाद पुलिसकर्मी बैरियर वन चौकी पर वापस आ गए। इस बीच करीब 200 से 250 लोगों की भीड़ चौकी पहुंच गई और भीड़ ने पथराव कर हमला किया। सिंह ने बताया कि बाद में पुलिस बल गांव गई तो फिर हमला करने की कोशिश की गई।