भुवनेश्वर। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर पूरे देश में घमासान जारी है। केन्द्र की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार लगातार विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर देशभर में हिंसा भड़काने का आरोप लगातार लगा रही है। इन आरोपों के बीच ओडिशा में कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद प्रदीप मांझी का एक विवादित वीडियो सामने आया है। वीडियो में प्रदीप मांझी अपने कार्यकर्ताओं को पेट्रोल और डीजल से सरकारी संपत्तियों को जलाने को की रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ हिंसा भड़काने का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि 16 साल की दलित किशोरी के कथित गैंगरेप और हत्या के विरोध में कांग्रेस ने गुरुवार को 12 घंटे के प्रदेश बंद का आह्वान किया था। किशोरी का 13 दिसबंर की रात से अता-पता नहीं था और अगले दिन एक खेत में खून से लथपथ उसकी लाश मिली थी। इस मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार भी किया है।
प्रदर्शनकारी मृतक के परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक प्रदीप माझी नबरंगपुर में प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस उनसे प्रदर्शन वापस लेने का आग्रह कर रही थी। इसी दौरान माझी की पुलिस से बहस हो गई और उन्होंने एक समर्थक को फोन किया और उसे पेट्रोल व डीजल तैयार रखने के लिए कहा।
माझी ने कथित तौर पर अपने समर्थक से फोन पर कहा कि पेट्रोल और डीजल तैयार रखो, जैसे ही ऑर्डर मिले सबकुछ जला देना। इसके बाद आंबेडकर चौक पर एक कार में आग लगा दी गई। नबरंगपुर के पुलिस अधीक्षक कुसालकर नितिन ने बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता के खिलाफ हिंसा भड़काने का केस दर्ज करके जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जा रही है। माझी ने माना कि उन्होंने अपने समर्थकों से सबकुछ जला देने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि बीजेडी की सरकार में महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं और ऐसी स्थिति में मैं चुप नहीं रह सकता है।