मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने टीम इंडिया के प्रमुख कोच रवि शास्त्री को नई जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर ली है। सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने गुरुवार को कहा कि सीनियर टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) को कहा जाएगा कि जब तक वह कोच हैं तब तक वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (National Cricket Academy) में प्रतिभाओं को निखारने में ज्यादा योगदान दें। शास्त्री का नया अनुबंध 2021 विश्व टी20 तक का है लेकिन उनके करार की शर्तों में 10 करोड़ रुपये के सालाना वेतन के साथ केवल भारतीय टीम के साथ काम करना शामिल है।
गांगुली ने कहा, “हम एक सिस्टम बनाना चाहते हैं, रवि जब तक कोच हैं तब तक वह वहां अधिक से अधिक समय बिता सकते हैं। राहुल यहां पर है। हम यहां पर एक अच्छा सेंटर बनाने की कोशिश करेंगे।” गांगुली ने अपने एनसीए दौरे को लेकर कहा, “वह एनसीए के प्रमुख हैं। वास्तव में मैं जानना चाहता था कि एनसीए कैसे काम करता हैं। हम एक नई एनसीए बना रहे हैं। मैं उन सभी से अलग-अलग मिला हूं। मुझे लगता है कि वे एनसीए में काफी काम करते हैं।”
गौरतलब है कि सौरव गांगुली और कोच रवि शास्त्री के बीच संबंध बहुत मधुर नहीं रहे हैं। दोनों पूर्व क्रिकेटरों के बीच की खटास उस समय सार्वजनिक हो गई थी जब वर्ष 2016 में अनिल कुंबले (Anil Kumble) को भारतीय क्रिकेट टीम का कोच नियुक्त किया गया था। उस समय जिस तीन सदस्यीय समिति ने कुंबले का चयन कोच के तौर पर किया था, उसमें सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण के अलावा सौरव गांगुली भी शामिल थे। कोच पद के दावेदारों में उस समय भी रवि शास्त्री थे लेकिन आखिरी फैसला कुंबले के पक्ष में हुआ था।
सौरव और शास्त्री के बीच की कड़वाहट उस समय खुलकर सामने आ गई थी। शास्त्री ने उनके इंटरव्यू के दौरान गांगुली ((Sourav Ganguly) की गैरमौजूदगी पर ऐतराज जताया था और इसे अपमानजनक बताया था। गांगुली ने इस पर पलटवार करते हुए हुए कहा था-शास्त्री अलग ही दुनिया में जी रहे हैं। दोनों खिलाड़ियों के बीच ‘बयानयुद्ध’ कुछ समय मीडिया की सुखियों में रहा था।