नई दिल्ली। सरकार की नीतियों को लेकर देशभर के ट्रेड यूनियनों ने दो दिन की हड़ताल की है। इस हड़ताल का असर मंगलवार सुबह से ही देश के कई राज्यों में नजर आया है। एक तरफ मुंबई में जहां बेस्ट बसों के पहिए थम गए हैं वहीं अन्य राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर उतरकर रास्ते जाम किए साथ ही ट्रेनें भी रोकीं। महाराष्ट्र के पालघर जिले में प्रदर्शनकारियों ने मुंबई-दिल्ली हाईवे को जाम कर दिया है। सूत्रों के अनुसार हाईवे पर करीब पांच हज़ार प्रदर्शनकारी इकट्ठा हैं।
भारत बंद का असर कोलकाता में भी दिखाई देने लगा है। कोलकाता में प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर पीएम मोदी के पुतले जलाए। हावड़ा, सिलीगुड़ी, बर्धमान, बीरभूम, और उत्तर और दक्षिण परगना जिलों में कई जगहों पर टीएमसी कार्यकर्ताओं और विरोध प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई क्योंकि टीएमसी कार्यकर्ता जबरदस्ती बंद को रोकने की कोशिश कर रहे थे। बसों को चलने से रोकने के लिए कोलकाता के सेंट्रेल एवेन्यू में टायर जलाए गए।
वामपंथी पार्टियों और इससे संबद्ध यूनियनों द्वारा बुलाए गए इस बंद में देश के कई किसान और शिक्षक संघ भी हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान सड़कों पर परिवहन, बैंकों में कामकाज और स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होने के आसार हैं। ट्रेड यूनियनों की मांगों में वेतन वृद्धि, रोजगार, पदोन्नति के साथ-साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी सहित कई अन्य मांगें भी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि SBI समेत अन्य कुछ बैंकों पर इस हड़ताल का असर नहीं पडेगा। बैंकिंग यूनियन के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि भारत बंद के दौरान देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में कामकाज होने की संभावना है। एसबीआई की 85,000 शाखाएं हैं। इसके अलावा कुछ अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों में भी सामान्य कामकाज होने की उम्मीद है।