नई दिल्ली। भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के हितो के लिए लड़ाई लड़ने वाले अब्दुल जब्बार का गुरुवार रात निधन हो गया। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे वहीं निधन से एक दिन पहले ही मध्य प्रदेश सरकार ने उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया था। गैस त्रासदी के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए अब्दुल जब्बार ने एक लंबी लड़ाई लड़ी थी। त्रासदी में अब्दुल जब्बार के माता-पिता नहीं रहे थे साथ ही उनके फेफड़ों और आंखों पर भी गंभीर असर हुआ था। जब्बार को एक आंख से साफ नज़र नहीं आता था।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर अब्दुल जब्बार के इलाज का खर्च उठाने की बता कही थी….
भोपाल गैस त्रासदी के बाद हज़ारों पीड़ितों के हितो के लिये सतत संघर्ष करने वाले अब्दुल जब्बार भाई का हाल ही में बीमार होने पर चल रहे इलाज का सारा ख़र्च सरकार ने वहन किया,और आगे भी सरकार उनके इलाज का पूरा ख़र्च वहन करेगी,उनके साथी चिंतित ना हो।
वे शीघ्र स्वस्थ हो,ऐसी ईश्वर से कामना— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 14, 2019
गौरतलब है कि भोपाल गैस त्रासदी सबसे भयावह और दर्दनाक ओद्योगिक त्रासदी में से एक है। हादसे का शिकार हुए पीड़ितों के लिए ये एक ऐसा जख्म है जो आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। बता दें कि 2 दिसंबर 1984 की रात को भोपाल में यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से निकली 30 टन से अत्यधिक जहरीले गैस मिथाइल आइसोसाइनेट ने हजारों लोगों की जान ले ली थीं।