लखनऊ। सीएम योगी योगी आदित्यनाथ ने बलिया की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ, एसओ और सभी पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना में अधिकारियों की भूमिका साबित होने पर अपराधिक कार्रवाई के भी निर्देश दिये गए हैं। मामले में आरोपी नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
बता दें कि, ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिए गुरुवार बैठक हुई थी। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिये चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया।
दुर्जनपुर की दुकान के लिये आम सहमति नहीं बन सकी। लिहाजा दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा जिसके पास आधार अथवा अन्य कोई पहचान पत्र होगा।
एक पक्ष के पास अधार व पहचान पत्र मौजूद था, लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई आईडी प्रुफ नहीं था। इसको लेकर वहां पर विवाद हो गया। विवाद बढ़ते ही मारपीट शुरू हो गयी। देखते ही देखते एक पक्ष की ओर से फायरिंग शुरू हो गयी। दुर्जनपुर के 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दी गई, जिससे उनकी जान चली गयी।