नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली करारी हार से हड़कंप मचा हुआ है। गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ बैठक की।
दिल्ली में 45-50 सीटों का दावा करने वाली भाजपा को दिल्ली में मात्र आठ सीटों पर जीत मिली है। इसके बाद मनोज तिवारी ने कहा था कि बतौर प्रदेश अध्यक्ष इसकी नैतिक जिम्मेदारी उनकी है। मनोज तिवारी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि कार्यकर्ताओं ने जो कठिन परिश्रम किया है, उसके लिए सबको साधुवाद देता हूं। सभी ने बहुत मेहनत की है। दिल्ली की जनता का ये जो जनादेश है, उसको सिर माथे रखते हुए मैं अरविंद केजरीवाल को बहुत बधाई देना चाहता हूं।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली को हम अपना समर्थन देते रहेंगे। हालांकि हमें उम्मीद है कि अब ब्लेम गेम कम हो और काम ज्यादा हो।
उन्होंने कहा कि हमने अपने हिसाब से काफी मेहनत की, लेकिन हमारी अपेक्षाएं खरी नहीं उतरीं। हम इसकी समीक्षा करेंगे। मनोज तिवारी ने कहा कि लगभग सात सीटों पर भाजपा को जीतना चाहिए। इसके बाद बुधवार शाम तिवारी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन अन्य प्राथमिकताओं के कारण पार्टी ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था। कल मनोज तिवारी को पद पर बने रहने के आदेश दिए गए थे।
इसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि ‘भाजपा दिल्ली की जनता द्वारा दिए गए जनादेश का सम्मान करती है। सभी कार्यकर्ताओं ने इस चुनाव में अथक परिश्रम किया और दिन रात चुनाव में लगे रहे हैं। सभी कार्यकर्ताओं का ह्रदय से अभिनंदन और साधुवाद। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘भाजपा इस जनादेश को स्वीकारते हुए रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी और प्रदेश के विकास से जुड़े हर मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी।