मुंबई। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली विकास अघाड़ी सरकार ने बहुमत साबित करने के लिए विधानसभा का सत्र बुलाया है। शनिवार को सदन की कार्यवाही शुरु होते ही हंगामा हो गया है। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सत्र में नियम उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा का सत्र बिना वंदे मातरम के शुरू किया गया, ये सदन के नियमों का उल्लंघन है। प्रोटेम स्पीकर दिलीप पाटिल ने कहा कि गर्वनर ने इस सत्र की इजाजत दी है और नियमों के अनुसार ही सत्र शुरु किया गया है। इसी बीच भाजपा सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया है और सदम के बाहर जमकर नारेबाजी की।
सदन में मुख्मंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने मंत्रियों का सदन में सबका परिचय करवाया। वहीं प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक, इसका लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा है इसलिए आप अपने विधायकों को शांत करवाएं।
विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने प्रोटेम स्पीकर के बदले जाना का मुद्दा उठाया है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि प्रोटेम स्पीकर को बदलने की क्या जरुरत थी। फडणवीस ने कहा कि बिना प्रोटेम स्पीकर के मंत्रियों का शपथ ग्रहण कैसे हो सकता हैं।
कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना का गठबंधन महा विकास अघाड़ी में शिवसेना के पास 56, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। बहुमत साबित करने के लिए बहुमत का आंकड़ा 145 है जबकि, महागठबंधन के पास विधायकों की संख्या 154 है। इसके बाद रविवार को ही विधानसभा के अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। साथ ही विरोधी पक्ष नेता की भी घोषणा होगी। रविवार को ही राज्यपाल अपना अभिभाषण भी देंगे।