बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) की मुखिया मायावती (Mayawati) ने उपचुनाव के परिणाम आने के बाद सभी मंडलों के पदाधिकारियों के साथ आज बैठक की। इस बैठक में उन्होंने पार्टी को जमीन स्तर पर और ज्यादा मजबूत करने की बात कही। इसके साथ ही महाराष्ट्र में चल रहे सियासी खींचतान पर कहा कि, वहां जारी राजनीतिक अस्थिरता, गतिरोध तथा सत्ता पलटने के लिए धन बल के हो रहे खेल से जनहित व जनकल्याण लगातार प्रभावित होना गंभीर चिंता की बात है।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) की मुखिया मायावती (Mayawati) ने उपचुनाव के परिणाम आने के बाद सभी मंडलों के पदाधिकारियों के साथ आज बैठक की। इस बैठक में उन्होंने पार्टी को जमीन स्तर पर और ज्यादा मजबूत करने की बात कही। इसके साथ ही महाराष्ट्र में चल रहे सियासी खींचतान पर कहा कि, वहां जारी राजनीतिक अस्थिरता, गतिरोध तथा सत्ता पलटने के लिए धन बल के हो रहे खेल से जनहित व जनकल्याण लगातार प्रभावित होना गंभीर चिंता की बात है।
साथ ही उन्होंने कहा कि, परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के कारवां को बिना रुके व थके-हारे आगे बढ़ाते रहने का प्रयास लगातार जारी रखना ही हमारा मिशनरी लक्ष्य है ताकि देश के मानवतावादी संविधान व इसके लोकतंत्र का सही लाभ, यहां केवल कुछ मुट्ठी भर लोगों तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि उसका आपेक्षित फायदा जन-जन को मिल सके।
मायावती (Mayawati) ने कहा कि, द्रौपदी मुर्म को समर्थन देने का फैसला किसी व्यक्ति अथवा पार्टी विशेष के दबाव में नहीं किया है बल्कि एसटी समुदाय के बहुजन समाज के अभिन्न अंग होने के नाते किया है। यह फैसला न एनडीए के पक्ष में हैं और ने यूपीए के विरुद्ध। इसके साथ ही उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि, अब सेना में भी ठेके की तरह अस्थाई तौर पर अग्निवीरों की भर्ती के कारण युवा आक्रोशित हैं। पहले भूमि अधिग्रहण और उसके बाद किसान आंदोलन की तरह ही यह मामला भी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी चुनाव की तैयारियों में पूरी तरह से जुट जाने को कहा। कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में बसपा को तगड़ा प्रदर्शन करना है।