नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ ने शनिवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागर आइलैंड और बांग्लादेश के खेपुपारा इलाके में दस्तक दी। जिसकी वजह से कई स्थानों से भूस्खलन की खबर आ रही है साथ ही सुंदरबन डेल्टा पर उत्तर-पूर्व में बांग्लादेश को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं बात करें दक्षिण परगना और कोलकाता की तो वहां बारिश रुक गई है लेकिन तेज हवाओं से खतरा अभी भी बना हुआ है। इन इलाकों में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और इन तेज हवाओं की चपेट में आने से अब तक 2 लोगों की जान जा चुकी है।
बता दें कि इस चक्रवाती तूफान का असर ओडिशा में भी देखने को मिला। हवा इतनी तेज थी कि सड़कों पर तमाम पेड़ गिर पड़े और इन गिरे पेड़ों को हटाने के लिए एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और दमकल के कर्मचारी लगाने की जरूरत पड़ गई। ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में 1070 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया जबकि बालासोर और जगतसिंहपुर जिले में भी 1500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया।
प्रभावित हो सकते हैं ये इलाके
बंगाल में तूफान की वजह से 24 परगना उत्तरी, 24 परगना दक्षिणी, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा, कोलकाता और झाड़ग्राम प्रभावित हो सकते हैं। सरकार ने इन सात जिलों के स्कूलों में अवकाश की घोषित कर दिया है। इसके साथ ही निजी स्कूलों को भी ऐसा करने का आदेश दिया है। वहीं आपदा प्रतिक्रिया बल भी राहत और बचाव सामग्रियों के साथ परिस्थिति से निपटने के लिए सतर्क है।
भारतीय मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिम की ओर बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में चेतावनी दी है कि इन इलाकों के तटीय क्षेत्रों में अगले 12 घंटे तक गंभीर स्थिति बनी रह सकती है।