लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में घंटाघर पर चल प्रदर्शन के समर्थन में पहुंची समाजवादी छात्रसभा की नेेेेता पूजा शुक्ला समेत चार महिलाओं को शनिवार दोपहर पुलिस ने हिरासत मेंं ले लिया है। पुलिस ने धारा 144 लागू होने के बाद भी प्रदर्शन करने पर शांतिभंग के आरोप में ये कार्रवाई की है।
गौरतलब है कि पुराने लखनऊ के घंटाघर पर पिछले सप्ताहभर से मुस्लिम महिलाएं सीएए और एनआरसी के विरोध में धरने पर बैठी हैंं। पुलिस ने धरना स्थल पर एकत्र पुरुषों को भी खदेड़ा। घंटाघर पर भारी संख्या में पुलिस बल, आरएफ की टुकड़ी मौजूद है। 26 जनवरी को लेकर पुलिस अलर्ट पर है।
बता दें कि लखनऊ में शुक्रवार 17 जनवरी से घंटाघर पर सीएए और एनआरसी के विरोध में महिलाओं का धरना प्रदर्शन चल रहा है। इस प्रदर्शन में कई एक्टिविस्ट और मौलाना भी सामने आए। शनिवार दोपहर अचानक धरना स्थल पर पहुंची पूजा शुक्ला समेत चार महिलाओं को पुलिस ने शांतिभंग की आशंका में हिरासत में ले लिया। वहां खड़े कई पुरुषों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है साथ ही कई वाहनों का चालान भी किया। महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्हें धमकाया गया है। पूजा शुक्ला की गिरफ्तारी के बाद महिलाओं ने वहां जमकर प्रदर्शन किया और आक्रोश व्यक्त किया।
प्रदर्शन में एपवा की सुभाषिनी अली, सैयर जरीन, पूर्व आइपीएस दारापुर, एडवोकेट मोहम्मद शोएब, सदफ जाफर, सुमैया राणा समेत कई एक्टिविस्ट शामिल हुए हैं। शुक्रवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना डॉ. कल्बे सादिक व स्वामी सारंग ने धरने में शामिल होकर महिलाओं का समर्थन किया था। शनिवार को धरना स्थल पर रिटायर्ड जस्टिस हैदर अब्बास रजा भी पहुंचे।