मां दुर्गा बहुत दयालु हैं। अपने भक्तों पर शीघ्र ही कृपा करती है। मां दुर्गा की सेवा पूजा के लिए नवरात्रि का अवसर सर्वश्रेष्ठ होता है। इन दिनों मां दुर्गा की आराधना कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है।
Chaitra Navratri 2022 : मां दुर्गा बहुत दयालु हैं। अपने भक्तों पर शीघ्र ही कृपा करती है। मां दुर्गा की सेवा पूजा के लिए नवरात्रि का अवसर सर्वश्रेष्ठ होता है। इन दिनों मां दुर्गा की आराधना कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है। मां की आराधना के लिए कलश की स्थापना भी की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी के नौ स्वरूपों की पूजा का विधान है। पहले दिन माता शैलपुत्री का पूजन किया जाता है। दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरा चंद्रघंटा, चौथा कूष्मांडा, पांचवां स्कंदमाता, छठवां कात्यायनी, सातवां कालरात्रि, आठवां मां महागौरी और नौवां दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित होता है।
मान्यताओं के अनुसार हर साल नवरात्रि पर माता रानी किसी न किसी वाहन पर सवार होकर आती हैं। वहीं लौटते समय माता रानी का वाहन अलग होता है। चैत्र नवरात्रि में मैया घोड़े पर सवार होकर आएंगी। अगर नवरात्रि की शुरुआत रविवार या सोमवार से होती तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं।
इस बार चैत्र नवरात्रि पूरे 9 दिन की रहेगी यानी तिथि का क्षय या वृद्धि नहीं होगी। इस साल चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू होगी और 11 अप्रैल 2022 को समापन होगा। चैत्र नवरात्रि की घटस्थापना का शुभ मुहूर्त शनिवार, अप्रैल 2, 2022 को सुबह 06:10 से 08:31 बजे तक तक रहेगा।