लखनऊ। स्वामी चिन्मयानंद और एसएस लॉ कॉलेज की छात्रा के मामले में धारा 164 के तहत कलमबंद बयान के लिए सोमवार को छात्रा को कोर्ट लाया गया। कोर्ट में छात्रा के बयान दर्ज होंगे। इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एसआईटी कर रही है।
एसआईटी के सूत्रों ने बताया कि छात्रा के बयान के बाद अदालत एसआईटी को इस मामले में दुष्कर्म की धारा जोड़ने का निर्देश दे सकती है। दुष्कर्म की धारा जोड़ने के तुरंत बाद चिन्मयानंद की गिरफ्तारी हो सकती है। छात्रा ने चिन्मयानंद पर एक साल तक यौन शोषण करने का आरोप लगाया है।
तलाशी के बाद सीज किया गया था चिन्मयानंद का आश्रम
इससे पहले चिन्मयानंद से करीब 7 घंटे पूछताछ के बाद एसआईटी ने शुक्रवार को उनका दिव्य आश्रम सीज कर दिया था। इसके अलावा एसआईटी टीम जांच के लिए पीड़ित छात्रा को लेकर चिन्मयानंद के आवास पर भी पहुंची थी। इससे पहले एसआईटी ने बुधवार को पीड़िता की मेडिकल जांच कराई थी।
पीड़ित छात्रा ने लगाए थे आरोप
स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम करने वाली छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें उसने कहा था कि एक संन्यासी ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है और उसे और उसके परिवार को इस संन्यासी से जान का खतरा है। उसके बाद लड़की के पिता ने चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म और शारीरिक शोषण की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया।
चिन्मयानंद से आरोपों को बताया साजिश
इससे पहले चिन्मयानंद ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित एसआईटी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है और उन्हें उस पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है और एसआईटी की जांच के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।