नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा के बाद बुधवार को राज्यसभा से भी पास हो गया है। इस बिल को लेकर पूरे देश में सियासी घमसान जारी है। इसी बीच पश्चिम बंगाल की भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने अपनी खौफनाक आपबीती बताई है। रूपा गांगुली ने कहा कि जब वह बंगाल के दिनाजपुर जिले में सातवीं कक्षा में पढ़ती थी, उस समय कुछ लोग उनके अपहरण के लिए आए थे। बचने के लिए उन्हें और उनकी मां को बुर्के में भागना पड़ा था। रूपा गांगुली ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया होता तो वह ‘खान टाइगर’ की बेगम बन जातीं।
काश मै कहे पाती,मैने खुद क्या झेले है। मै तोह 'खान tiger' की बेगम बन जाती, kidnap करने आये थे मुझे, अगर उस रात मै और मेरि मा बुर्खे मे भाग नही पाती दिनाजपुर से।
Class 7 मे पड़ती थी@AmitShah आप को क्या बताऊ मन्त्री जी, आप और @narendramodi को कितने लोगों की आशीर्वाद मिले है आज https://t.co/JdnNDD5MtA— Roopa Ganguly (@RoopaSpeaks) December 11, 2019
सांसद रूपा गांगुली ने गृह मंत्री अमित शाह के संसद में दिए गए भाषण के ट्वीट के जवाब में कहा ‘काश मैं कह पाती। मैंने खुद क्या-क्या झेला है। मैं तो खान टाइगर की बेगम बन जाती जो मुझे अपहरण करने आए थे। अगर उस रात मैं और मेरी मां बुर्के में भाग नहीं पाती दिनाजपुर से। मैं क्लास सात में पढ़ती थी। अमित शाह आपको क्या बताऊं। आज आप और नरेंद्र मोदी को कितने लोगों के आशार्वाद मिले हैं।
सांसद रूपा गांगुली ने कहा कि हम कहां जाएंगे, अगर भारत हमें जगह न दे, कोई क्यों नहीं सोचेगा, हम कितनी बार बेघर होंगे, मेरे पिता को उनके ही देश में, कभी नारायणगंज, कभी ढाका, कभी दिनाजपुर में गए। हम कितनी बार अपने घरों को बदलेंगे? हमें कितनी बार एक शरणार्थी का जीवन जीना पड़ेगा? नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को धन्यवाद।’
भाजपा नेता ने कहा कि मुझे यह देखकर हैरानी हो रही है कि इस मुद्दे पर विपक्ष हंस रहा है। हरेक टिप्पणी का मजाक उड़ा रहा है। यहां तक कि वरिष्ठ महिला नेता भी। मैंने उनके हावभाव को देखा,बेहद दुखद है,बेहद निराशाजनक।