जयपुर। राजस्थान में गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडराये हुए हैं। डिप्टी सीएम सचिन पायलट कांग्रेस से किनारा कसते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस का दावा है कि सरकार किसी संकट में नहीं है। वहीं, सोमवार को विधायक दल की बैठक में दो घंटे तक टाले जाने के बाद दोपहर करीब 1:15 बजे अशोक गहलोत के आवास पर मीडिया के सामने विधायकों के संग शक्ति प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान सोनिया गांधी और राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगे। इस बीच सीएम अशोक गहलोत ने पर्यवेक्षक रणदीप सिंह सुरजेवाला और अजय माकन के साथ विक्ट्री निशान बनाकर यह जताने की कोशिश की एक बार फिर उन्होंने जादू कर दिया है।
वहीं, इस दौरान कांग्रेस ने वहां पर 109 विधायकों के बैठक में मौजूद होने का दावा किया है। वहीं, सूत्रों की माने तो बैठक में करीब 17 विधायक मौजूद नहीं थे। जिनके सचिन पायलट के साथ होने की बात कही जा रही है। दूसरी तरफ पायलट गुट अभी भी 30 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहा है।
इससे पहले राजस्थान विधानसभा में उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य की अशोक गहलोत सरकार को कोई दिक्कत नहीं होगी और भाजपा के किसी भी तरह के मंसूबे राज्य में कामयाब नहीं होंगे। बैठक सुबह साढ़े 10:30 बजे मुख्यमंत्री निवास पर होनी थी, लेकिन इसे दो बार टाला गया।