मुंबई। महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती फडणवीस सरकार के सरपंच वाले फैसले का सीएम उद्धव ठाकरे ने पलट दिया है। पूर्ववर्ती सरकार ने फैसला किया था कि गांवों के सरपंचों को लोगों के बीच से सीधे चुना जायेगा। वहीं, अब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार ने इस फैसले को पलट दिया और अध्यादेश लाई है कि सरपंच ग्राम पंचायत के सदस्यों द्वारा चुना जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार के इस अध्यादेश पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है। बता दें कि, राज्य मंत्रिमंडल ने 29 जनवरी को फडणवीस सरकार के सीधे सरपंच चुने जाने के फैसले को पलट दिया है और अध्यादेश को राज्यपाल के सामने हस्ताक्षर के लिए पेश किया।
हालांकि, राज्यपाल ने हस्ताक्षर से मना करते हुए अध्यादेश को सोमवार से शुरू होने वाले विधानसभा के बजट सत्र में पेश करने को कहा। वहीं, उद्धव ठाकरे ने भाजपा द्वारा नियुक्त राज्यपाल से किसी भी तरह के मतभेद से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, राज्यपाल और सरकार के बीच कोई विवाद नहीं है।