मुंबई में हनुमान चालीसा के विवाद के बाद गिरफ्तार सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Speaker Om Birla) को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि वो शिवसेना मुख्यालय 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का मतलब सिर्फ सीएम उद्धव ठाकरे को हिंदुत्व के प्रति जगाना था, धार्मिक तनाव फैलाना नहीं।
मुंबई। मुंबई में हनुमान चालीसा के विवाद के बाद गिरफ्तार सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Speaker Om Birla) को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि वो शिवसेना मुख्यालय ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का मतलब सिर्फ सीएम उद्धव ठाकरे को हिंदुत्व के प्रति जगाना था, धार्मिक तनाव फैलाना नहीं।
यही नहीं उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वो शौचालय जाने के लिए कहा तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्रता की और अपशब्द के प्रयोग किए। नवनीता राणा (MP Navneet Rana) ने कहा कि उनका पूरा विश्वास है कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व में शिवसेना हिंदुत्व सिद्धांतों से पूरी तरह से भटक गई है, क्योंकि वह जनादेश को धोखा देना चाहती थी और कांग्रेस-एनसीपी के साथ चुनाव के बाद गठबंधन करना चाहती थी।
ठाकरे ने हिंदुत्व के सिद्धांतों को धोखा दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने हिरासत के दौरान अपशब्द कहे और कहा कि, हम नीची जाति, अनुसूचित जाति के लोगों को हमारे शौचालय का इस्तेमान नहीं करने देते। यही नहीं आरोप है कि 23 अप्रैल को गिरफ्तारी के बाद मुझे खार पुलिस थाने ले जाया गया। वहां पर मैं रात में रही। इस दौरान मैंने कई बार पीने क लिए पानी मांगा लेकिन मुझे रातभर पानी नहीं दिया गया।