वृहद ऋण मेला के अंतर्गत 1.90 लाख हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं छोटे उद्यमियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने 16 हजार करोड़ का ऋण वितरण किया। साथ ही वर्ष 2022-23 की 2.35 लाख करोड़ की वार्षिक ऋण योजना का शुभारम्भ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ऐसी योजना लेकर आयेगी, जिसके जरिए परिवार के एक सदस्यत को नौकरी, रोजगार या फिर स्वत: रोजगार से जोड़ा जाएगा।
लखनऊ। वृहद ऋण मेला के अंतर्गत 1.90 लाख हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं छोटे उद्यमियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने 16 हजार करोड़ का ऋण वितरण किया। साथ ही वर्ष 2022-23 की 2.35 लाख करोड़ की वार्षिक ऋण योजना का शुभारम्भ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ऐसी योजना लेकर आयेगी, जिसके जरिए परिवार के एक सदस्यत को नौकरी, रोजगार या फिर स्वत: रोजगार से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, आज जितने भी उद्यमियों, कारीगरों एवं हस्तशिल्पियों ने अपने उद्यम या किसी भी स्वावलंबन के कार्य को बढ़ाने के लिए ऋण प्राप्त किया है, वे स्वयं न केवल अपने पैरों पर खड़े होंगे, बल्कि अन्य लोगों को भी अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। साथ ही कहा कि, प्रदेश में कृषि के बाद MSME से जुड़े उद्यमियों, हस्तशिल्पियों व कारीगरों ने अपने कौशल का जो परिचय दिया, आज वह हम सबके सामने है। प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन हुआ है।
सरकार के प्रोत्साहन व बैंकर्स के सकारात्मक सहयोग से हम लोग बेरोजगारी दर को कम करने में सफल हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में, उनकी प्रेरणा से कोरोना कालखंड में भी ऋण मेला आयोजित करने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश था। यह पूरे देश के लिए एक मिसाल है।
साथ ही कहा कि, हम लोग ‘परिवार कार्ड’ जारी करने जा रहे हैं। इसके अंतर्गत सरकारी नौकरी, रोजगार या स्वरोजगार से वंचित परिवारों को चिह्नित किया जाएगा। राज्य सरकार का प्रयास होगा कि हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी, रोजगार अथवा स्वरोजगार के साथ जोड़ा जाए।