लखनऊ। बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के 64वें महापरिनिर्वाण दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह वर्ष बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की स्मृति का महत्वपूर्ण वर्ष है। संविधान शिल्पी के रूप में बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने अपने पूरे जीवन की साधना को संविधान को समर्पित किया। जो व्यक्ति भारत के संविधान का अपमान करता है, वह अप्रत्यक्ष रूप से बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का भी अपमान करता है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि अनुच्छेद 370 देश के अंदर विभाजनकारी तत्वों को सर उठाने का अवसर प्रदान करेगा और जैसे भी हो इसे समाप्त करना चाहिए और उनकी बात सही साबित हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद 370 हटाई और यही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है। 26 नवम्बर को प्रधानमंत्री ने संविधान दिवस के रूप में मनाने की परम्परा आरम्भ की।
इस वर्ष तो उत्तर प्रदेश विधान सभा में संविधान दिवस पर विशेष सत्र भी आहूत किया गया। प्रधानमंत्री ने हर गरीब को 2022 तक छत और शौचालय बनाकर देने की घोषणा की। दलितों, वंचितों को विद्युत और गैस कनेक्शन दिये गये और आयुष्मान भारत योजना से आदरणीय प्रधानमंत्री ने बाबा साहब के श्एक भारत-श्रेष्ठ भारतश् के सपने को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले ढाई वर्षों में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 28 लाख से अधिक गरीबों को प्रधानमंत्री आवास की सुविधा दी गई।
2.61 करोड़ गरीब परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराये गये। प्रदेश में 1.16 करोड़ गरीबों को विद्युत एवं 1.46 करोड़ परिवारों को रसोई गैस के निःशुल्क कनेक्शन उपलब्ध कराये गए। 7 करोड़ प्रदेश के लोगों को आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से बीमा कवर दिया गया। हर वनटांगिया मजदूर को, हर मुसहर, थारू और कोल जनजाति के लोगों को अनिवार्य रूप से आवास उपलब्ध करवाने का कार्य करना हमारा संकल्प रहा है।