नई दिल्ली। राफेल डील पर लोकसभा में आज सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोर्चा संभाला। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आक्रामक तेवर अपनाते हुए कांग्रेस को करारा जवाब दिया और कहा कि कांग्रेस झूठी है और उसने इस मामले पर झूठ बोलकर देश को गुमराह किया है. सीतारमण ने कांग्रेस ताबड़तोड़ हमले बोलते हुए कहा कि HAL पर कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है।
रक्षा मंत्री ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि ‘डिफेंस डीलिंग’ और ‘डीलिंग इन डिफेंस’ में अंतर है। हम ‘डिफेंस डीलिंग’ नहीं करते हैं। हम लोग ‘डील इन डिफेंस’ करते हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। निर्मला ने राफेल पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ‘AA’ के आरोप पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘RV’ और Q की याद दिला दी।
दरअसल, रक्षा मंत्री के भाषण के दौरान जब कांग्रेस ने सवाल पूछा कि सौदा ‘AA’ के लिए किया गया? इस पर सीतारमण ने कांग्रेस को जवाब दिया कि अगर आप ‘AA’ की बात करते हैं तो हर AA के जवाब में एक RV (रॉबर्ट वाड्रा) और Q (ओत्तावियो क्वात्रोक्की) का नाम आ जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि RV पीएम नहीं देश के दामाद हैं।
निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि असल में वह सौदा करना ही नहीं चाहती थी। कांग्रेस पर राफेल डील को लटकाए रखने का आरोप लगाते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के दौरान रक्षा मंत्रालय से दलालों से मुक्त हो गया। उन्होंने कहा कि पहला राफेल विमान इस साल आ रहा है और 2022 तक सभी विमान आ जाएंगे।
राहुल गांधी राफेल सौदे में हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) को नहीं दिए जाने पर मोदी सरकार पर हमला बोलते रहे हैं, इस आरोप पर रक्षा मंत्री कांग्रेस से सवाल किया कि अगर इन्हें वाकई में एचएएल की चिंता थी तो 10 साल के अपने शासनकाल में उसके लिए क्यों कुछ नहीं किया? रक्षा मंत्री ने कहा कि वायुसेना के करीब एक लाख विमानों को ऑर्डर हमारी सरकार ने एचएएल को दिए हैं। कांग्रेस ने एचएएल की क्षमता बढ़ाने की कोशिश नहीं की बल्कि सिर्फ उसे रियायत देती रही।
कांग्रेस पर लगातार वार करते हुए रक्षा मंत्री ने लोकसभा में बहस का जवाब देते हुए कहा कि हमारी सरकार ने यूपीए के 18 विमानों की संख्या बढ़ाकर 36 की, जबकि कांग्रेस देश को गुमराह कर रही है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विमानों की संख्या घटा दी है। जब भी आपात स्थिति में कुछ खरीदा जाता है तो जल्दी में 36 विमान ही खरीदे जाते हैं। 1982 में कांग्रेसराज में 36 विमानों की खरीद की गई थी।