नई दिल्ली। देश में एक तरफ कोरोना वायरस का कहर जारी है, तो दूसरी तरफ राजनीति भी चरम पर पहुंच गई है। भाजपा केंद्र में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरे होने पर वर्चुअल रैलियां कर रही है, वहीं अब कोरोना वायरस के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने नई रणनीति तैयार की है। आज से कांग्रेस स्पीक अप इंडिया कैंपन की शुरुआत कर रही है। इस अभियान में 50 लाख से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक हिस्सा लेंगे। इसके तहत सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर जनता की आवाज़ को उठाया जाएगा।
इस अभियान के तहत कांग्रेस की तरफ से मुख्य तौर पर चार मांगे रखी गईं हैं। ये हैं- प्रवासी नागरिकों को सकुशल और मुफ्त घर पहुंचाया जाए, हर गरीब को दस हज़ार रुपये की तत्काल सहायता दी जाए, एमएसएमईएस को लोन नहीं, आर्थिक मदद दी जा, साथ ही मनरेगा के तहत मजदूरों को कम से कम 200 दिनों का कम दिया जाए।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार को कहा कि पार्टी 28 मई को देश भर में डिजिटल प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया पर गरीबों की आवाज उठाएगी और उनके खाते में 10,000 रुपए डालने के लिये केन्द्र सरकार पर दबाव बनाएगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है और ये हालात हैं कि तमाम कोशिशों के बाद भी देश के सबसे गरीब तबके तक आर्थिक मदद नहीं पहुंच पा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रही है, पैकेज का ऐलान कर रही है, लेकिन गरीब के हाथ में पैसा नहीं पहुंचा है।
उन्होंने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर प्रस्तावित कार्यक्रमों पर भी कटाक्ष किया। पायलट ने कहा कि केन्द्र सरकार अलग-अलग कार्यक्रम कर रही है। ऑनलाइन रैलियां, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है, लेकिन ये समय है पारदर्शिता, सहानुभूति, करुणा दिखाने का और सबको साथ लेकर चलने का। आज अपनी पीठ थपथपाने का समय नहीं है, फिर भी जश्न मनाया जा रहा है और उपब्धियां गिनाई जाएंगी।