उन्होंने कहा कि, वह अपने साथियों को समझाते हैं कि कांग्रेस प्रेजिडेंट की अथॉरिटी कमजोर नहीं होनी चाहिए। मीडिया में इस तरह के बयान ना दें। बता दें कि, पहले कहा जा रहा था कि अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं। लेकिन अब वो इस रेस से बाहर हो गए। यही नहीं उन्होंने शुक्रवार को मल्लिकार्जुन खड़ंगे को कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव में समर्थन का ऐलान किया।
Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हुए अशोक गहलोत से पार्टी शीर्ष नेतृत्व नाराज है। गहलोत अध्यक्ष पद की रेस से बाहर भी हो गए हैं। यही नहीं उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी भी जा सकती है। इन सबके बीच बड़ा बयान सामने आया है। कहा जा रहा है कि मल्लिकार्जुन खड़ेग के समर्थन में अशोक गहलोत आ गए हैं।
इस बीच उन्होंने कहा कि, वह अपने साथियों को समझाते हैं कि कांग्रेस प्रेजिडेंट की अथॉरिटी कमजोर नहीं होनी चाहिए। मीडिया में इस तरह के बयान ना दें। बता दें कि, पहले कहा जा रहा था कि अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं। लेकिन अब वो इस रेस से बाहर हो गए। यही नहीं उन्होंने शुक्रवार को मल्लिकार्जुन खड़ंगे को कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव में समर्थन का ऐलान किया।
दिल्ली में मीडियाकर्मियों ने जब उनसे पूछा कि पर्यवेक्षक बनकर जयपुर गए और वहां से बैरंग लौटे मल्लिकार्जुन खड़गे अब कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे तो गहलोत ने कहा कि यह अलग मामला है। उन्होंने कहा, वहां जो घटना हुई वह किसी कारण से हुई हो, मैं वहां सीएलपी लीडर हूं तो मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी कि किसी तरह एक लाइन का प्रस्ताव पास करवाता।