अयोध्या। कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है लेकिन रामभक्तों को लॉकडाउन खुलते ही अब बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। दरअसल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को रामजन्मभूमि परिसर के संपूर्ण क्षेत्रफल का अब विधिवत स्वामित्व प्राप्त हो गया है। बता दें कि अयोध्या मंडल के मंडलायुक्त ने ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को संपूर्ण भूमि का दस्तावेज सौंप दिया है। इसका खुलासा करते हुए चम्पत राय ने कहा कि अभी संपूर्ण दस्तावेज का अवलोकन नहीं किया गया है, लेकिन सभी अधिकारी श्रेष्ठ हैं, इसलिए उन अधिकारियों ने सरकार के निर्देशों का पालन अवश्य किया होगा। ऐसे में दस्तावेजों को सुरक्षित रख दिया गया।
ट्रस्ट के मुताबिक वर्तमान परिस्थिति सामान्य होते ही मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। देश में लागू लॉक डाउन खुलते ही राम मंदिर निर्माण का कार्य भी शुरू हो जाएगा। मंदिर निर्माण की प्रक्रिया के पूर्व ट्रस्ट के तमाम पदाधिकारी अयोध्या में रहेंगे। दूर-दराज से ट्रस्ट के पदाधिकारियों को भी अभी अयोध्या आना है लेकिन लॉक डाउन के वजह से अभी बंदिशें लागू हैं। देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। लॉक डाउन खुलने के बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य तीव्र गति के शुरू किया जा सकता है।
बता दें राम जन्मभूमि में राम मंदिर पर वर्षों से चल रहा विवाद 9 नवंबर को समाप्त हो गया। 5 फरवरी को राम जमभूमि परिसर का चार्ज ट्रस्ट को सौंप दिया था। जिसके बाद रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की प्रक्रिया तेज करते हुए टेंट में विराजमान भगवान श्री राम लला को परिसर में ही एक अस्थाई बुलेट प्रूफ मंदिर में विराजमान करा दिया। अब मंदिर निर्माण की तैयारी जोरों पर है।
इस दौरान मंदिर निर्माण से पूर्व 2.77 एकड़ के साथ 67 एकड़ भूमि का मालिकाना हक भी ट्रस्ट को देते हुए सभी दस्तावेज को रिसीवर रहे मंडलायुक्त ने ट्रस्ट के सदस्यों को सौंप दिया है। ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को साफ करते हुए बताया है कि अब किसी भी प्रकार का अड़चन निर्माण के बीच नहीं होगा क्योंकि आज पूरा अधिकार ट्रस्ट को प्राप्त हो चुका है।