नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों के इलाज व मृतक शवों के प्रबंधन के मामले में स्वत: संज्ञान लिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कोविड-19 टेस्ट के लिए रियायती दर निश्चित की जाए जो देशभर में एक समान हो। कोर्ट ने सभी वार्ड में सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात भी कही है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि विशेषज्ञों की एक टीम को अस्पतालों का दौरा करना चाहिए। सुधारात्मक कार्रवाई होनी चाहिए।
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि रोगी की देखभाल और शवों को संभालने में हो रही खामियों को दूर किया जाना चाहिए। न्यायमूर्ति भूषण ने कहा, कोरोना वायरस के परीक्षणों के लिए उचित दर तय की जानी चाहिए। देशभर में इस संबंध में एकरूपता होनी चाहिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि सभी वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह मरीज की देखभाल की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश पारित कर सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सुबह 8 बजे जारी किए गए आंकड़ों के हिसाब से देश भर में कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की संख्या 2 लाख 4 हजार 7 सौ 10 हो गई है। वहीं देश में सक्रिय मामले 1 लाख 63 हजार 2 सौ 48 हैं। इसके अलावा 1 मामला माइग्रेट का है।