बीजिंग: बहुत ही छोटे व सूक्ष्म 60 एनएम (60 नैनोमीटर) के कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को घुटनों पर ला दिया है। भारत समेत दुनिया के कई शक्तिशाली देश इस महामारी की मार झेल रहे हैं। ये जानलेवा वायरस इतना छोटा होता है कि पेन के एक नुक्ते या बिंदी में हज़ारों लाखों कोरोना वायरस समा सकते हैं। ऐसे में अगर ये वायरस दोबारा लौट कर आया, तो यह कितनी तबाही मचाएगा, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
दक्षिण कोरिया में ऐसे लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिनमें दोबारा कोरोना वायरस संक्रमण पया गया है। ऐसे 163 लोग सामने आ चुके हैं जो कोरोना वायरस संक्रमण मुक्त होने के बाद फिर पॉजिटिव मिले हैं। हालांकि इस बीच अधिकारियों ने कहा है कि महामारी को फैलने से रोकने के लिए लागू सख्त प्रावधानों में जल्द नरमी ला सकते हैं। चीन के बाहर साउथ कोरिया में ही कोरोना सबसे अधिक तेजी से फैला था, लेकिन इसने जल्द ही संक्रमण पर काबू पा लिया, जिसके लिए दुनिया में उसकी तारीफ हो रही है।
सोमवार को दक्षिण कोरिया में 25 नए मामले ही सामने आए, लेकिन ‘रिएक्टिव’ मरीजों की संख्या में तेजी से चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य अधिकारी अभी इस बात की जांच में जुटे हैं कि मरीजों को दोबारा संक्रमण कैसे हुआ। हालांकि कोरिया सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर जोंग इन क्योंग ने कहा है कि मरीजों के दोराबा संक्रमित होने की बजाय संभव है कि उनमें वायरस दोबारा एक्टिव हो गया है। दूसरे कुछ अधिकारियों का कहना है कि जांच में खामी इसकी वजह हो सकती है या मरीज में वायरस के अंश बच गए होंगे।