मुंबई: सोमवार को केंद्र सरकार ने भी माना कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर मुंबई, पुणे समेत देश के पांच शहरों में हालात गंभीर हैं. मंत्रालय के मुताबिक मुंबई, पुणे, इंदौर, जयपुर, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कुछ अन्य स्थानों पर ‘विशेष रूप से गंभीर’ हैं और लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन से कोरोना वायरस फैलने का खतरा है. गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए काम कर रहे स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों पर हिंसा, सामाजिक दूरी बनाए रखने का उल्लंघन और शहरी इलाकों में वाहनों की आवाजाही के कई मामले सामने आए हैं. इन्हें रोका जाना चाहिए.
गृह मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई एवं पुणे, मध्य प्रदेश के इंदौर, राजस्थान के जयपुर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, पूर्वी मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और जलपाईगुड़ी में हालात ‘‘विशेष रूप से गंभीर’’ हैं. मंत्रालय ने कहा, ‘लॉक डाउन के नियमों के उल्लंघन के सामने आए मामले लोगों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं और कोविड-19 के फैलने का खतरा भी बढ़ा रहे हैं.’ मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने इन स्थानों में कोविड-19 संबंधी हालात का वहां जाकर आकलन करने और चारों राज्यों- महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं पश्चिम बंगाल के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए छह अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीमें (आईएमसीटी) गठित की है.
उसने कहा कि टीम केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी. गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए 24 मार्च को २१ दिन के लिए लॉक डाउन की घोषणा की थी. इसके बाद मामला काबू में आता नहीं देख प्रधानमंत्री मोदी ने लॉक डाउन की अवधि को फिर १९ दिनों के लिए बढ़ाते हुए इसे ३ मई तक कर दिया है.