नई दिल्ली: हर रोज की तरह आज भी कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने नियमित प्रैस ब्रीफिंग की। इस प्रैस ब्रीफिंग के दौरान संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 24 घंटे में कोरोना वायरस के 1553 नए केस सामने आए हैं जबकि 36 लोगों की मौत हुई है। आज के मरीजों को मिलाकर देश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 17265 हो गई है। देश में अब तक कोरोना के 2546 मरीज ठीक हो चुके हैं, जो कुल मरीजों के 14.75 फीसदी हैं।
वहीं, केरल सरकार के लॉकडाउन में ज्यादा छूट देने पर केंद्र ने नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद राज्य सरकार को संशोधित आदेश जारी करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि इस बीच अच्छी खबर यह रही कि देश के कई जिले अब कोरोना मुक्त हो गए हैं। मगर चिंता की बात यह है कि अब तक सामने आए संक्रमितों में से 80 फीसदी मामले ऐसे हैं, जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए। 19 अप्रैल के बाद से 18 राज्यों में कोरोना वायरस के डबलिंग रेट बढ़े हैं। पहले 3.2 दिनों में वायरस के मरीज दोगुने हो रहे थे अब यह बढक़र 7.5 हो गया है। आंध्र प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों में डबलिंग रेट में सुधार हुआ है। इस बीमारी की अभी तक कोई दवा नहीं बनी है।
इसकी एक ही वैक्सीन है-सोशल डिस्टेंसिंग। वहीं, गृहमंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कुछ हॉटस्पॉट्स में कोरोना की स्थिति बिगड़ रही है या बिगड़ती जा रही है. इन प्रभावी जगहों की स्थिति का ऑन द स्पॉट आंकलन करने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत गृह मंत्रालय ने 6 इंटर मिनीस्टीरियल सेंट्रल टीमों का गठन किया है. उन्होंने आगे कहा कि ये टीमें हॉटस्पॉट एरिया, हेल्थ और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रबंधन और आपदा प्रबंधन के मुद्दों पर राज्य सरकारों का सहयोग करेंगी। .
गृह मंत्रालय ने कहा है कि केरल सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान दी गई छूट आपदा अधिनियम 2005 के तहत जारी नियमों का उल्लंघन है। राज्य सरकार से अपील की गई है कि वे उन गतिविधियों की इजाजत न दें जिनकी मंजूरी गृह मंत्रालय नहीं दी गई है।