नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण की चपेट में आये एक डॉक्टर की गुरुवार को मौत हो गई। इस मामले की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है। जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर पंजवानी ने गुरुवार सुबह चार बजे अंतिम सांस ली। बताया जाता है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज नहीं कर रहे थे, ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि वह किसी नियमित लेकिन कोविड-19 पॉजिटिव के संपर्क में आए होंगे। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही डॉक्टर पंजवानी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। वह प्राइवेट प्रैक्टिशनर थे।
स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि डॉ शत्रुधन पंजवानी पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और उनका उपचार पहले गोकुलदास में चल रहा था। उसके बाद सीएचएल और फिर उन्हें अरविंदों अस्पताल में शिफ्ट किया था। उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी, आज सुबह उनकी मौत हो गई। डॉक्टर पंचवानी इंदौर के रुपराम नगर में रहते थे।
डॉक्टर की पहली मौत
कोरोना महामारी की वजह से इंदौर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। प्रदेश में पहली बार किसी डॉक्टर की मौत कोरोना की वजह से हुई है। डॉक्टर की मौत के बाद इंदौर में स्वास्थ्यकर्मी और एहतियात बरत रहे हैं। कोरोना पीड़ितों के इलाज में लगे डॉक्टर और नर्सिंग स्टॉफों का प्रशासन विशेष ख्याल रख रही है। बताया जा रहा है कि कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान ही वह संक्रमित हुए।
वहीं, मध्य प्रदेश में दो आईपीएस अधिकारी बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इनमें से एक अधिकारी भोपाल में पदस्थ हैं, जबकि दूसरे अधिकारी इंदौर में पदस्थ हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि, इनमें से एक अधिकारी की दूसरी जांच रिपोर्ट ठीक आई है। उन्होंने कहा कि इन दोनों अधिकारियों को भोपाल एवं इंदौर में पृथकवास पर रखा गया है।
इससे पहले मध्य प्रदेश में दो आईएएस अधिकारी भी कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये हैं।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार रात तक मध्य प्रदेश में कुल 385 लोग कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये हैं। प्रदेश में सबसे अधिक 213 मरीज इन्दौर में मिले हैं, जबकि इसके बाद 94 मरीज भोपाल में पाये गये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 29 लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण से हो चुकी है।