नई दिल्ली। कोरोना संकट के बाद भारत समेत दुनियाभर में नौकरीपेशा लोगों पर सबसे ज्यादा संकट आया है। लाखों लोगों की नौकरियां चलीें गयीं। रोजगार के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है। धीरे धीरे अब हालात में सुधार हो रहे हैं लेकिन भारत में 57 फीसदी नौकरी करने वालों के मन में खौफ बना हुआ है। दरअसल, भारत में 57 फीसदी ऐसे लोग है, जिनकी नौकरी अगले 12 महीने में जा सकती है।
इसको लेकर वह बेहद ही परेशान हैं। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ताजा सर्वे में यह चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। इस सर्वे में खुलासा हुआ है कि रूस में सबसे ज्यादा 75 फीसदी लोग अपनी नौकरी को लेकर आशांकित हैं। वहीं, इप्सास ने 27 देशों के 12 हजार लोगों के बीच सर्वे किया है।
इसमें सामने आया कि दुनियाभर में 54 फीसदी लोगों ने नौकरी छिन जााने की आाशंका जाहिर की है। सर्वे में शामिल भारतीयों में 80 फीसदी लोगों ने माना कि उनकी कपंनी भविष्य के लिए उन्हें तैयार कर लेगी, जबकि दुनिया में ऐसा सोचने वाले सिर्फ 67 फीसदी नौकरीपेशा थे। वहीं, सर्वे में दो तिहाई नौकरीपेशा लोगों ने माना कि वे नए कौशल सीखने की कोशिश कर रहे हैं ताकि नौकरी को सुरक्षित बना सकें। ऐसा सेचने वाले भारत में 80 प्रतिशत हैं।
यहां सबसे ज्यादा नौकरीपेशा लोगों को खतरा
रूस — 75 प्रतिशत
स्पेन — 73 प्रतिशत
मलेशिया — 71 प्रतिशत
मैक्सिको — 68 प्रतिशत
पेरू — 68 प्रतिशत
यहां सबसे कम है खतरा
जर्मनी — 26 प्रतिशत
स्वीडन — 30 प्रतिशत
नीदरलैंड — 36 प्रतिशत
अमेरिका — 36 प्रतिशत
बेल्जियम — 37 प्रतिशत