नई दिल्ली: देश में सिर्फ कोरोना वायरस का ही खतरा नहीं है, धीरे – धीरे अब कई तरह के और संकट भी आने वाले हैं । गर्मी बढ़ने के साथ कई राज्यों में पानी की प्रॉब्लम हो सकती है । वहीं दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’का खतरा मंडराने लगा है । तूफान अम्फान बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र और भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता जा रही है । मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है, विभाग के अनुसार ये अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है ।
भयंकर बारिश की संभावना
इस चक्रवाती तूफान के कारण अत्यंत भीषण बारिश के साथ बहुत तेज हवाएं चल सकती हैं । साथ ही समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं । हालांकि तूफान ने कुछ राज्यों में अपना कहर बरपाना शुरू भी कर दिया है । ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के कई इलाकों में प्रशासन को अलर्ट भेज दिया है । खासतौर पर जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, गंजम, जगतसिंहपुर, गजपति, नयागढ़, कटक, केंद्रपाड़ा, खुर्दा और पुरी के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है ।
तमिलनाडु में भी बढ़ा खतरा
ओड़ीशा की ही तरह तमिलनाडु में भी च्रक्रवाती तूफान अम्फान का खतरा बढ़ गया है । रविवार को चली तेज हवाओं के कारण यहां सैकड़ों पेड़ गिर गए और काफी नुकसान भी हुआ । कोयंबटूर के साथ ही कई दूसरे जिलों में पेड़ों के गिरने की खबरें हैं । न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मामले में विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने कहाहै – हम चार तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर पर करीबी नजर रख रहे हैं। चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए लगभग 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का इंतजाम किया गया है ।
एनडीआरएफ की टीमें तैयार
जेना ने आगे जानकारी देते हुए कहा – ‘हमारे पास 567 चक्रवात और बाढ़ आश्रय स्थल मौजूद हैं । संकट की घड़ी में लोगों को इन आश्रय स्थलों में रखा जा सकता है । इसके अलावा, 7,092 इमारतों की व्यवस्था की है ताकि लोगों को रखने के लिए जगह कम न पड़े।’ तूफान के अलर्अ के चलते राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने भी ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपनी 17 टीमें तैनात कर दी हैं । कई अन्य जगहों के लिए भी टीमों को तैयार रखा गया है ।