नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर लगातार जारी है। इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दो दिन के दौरान प्रदूषण में कमी आने के आसार हैं। ऐसे में ऑड-ईवन योजना बढ़ाने पर सोमवार को निर्णय लिया जाएगा। अगर जरूरत हुई तभी स्कीम को बढ़ाया जाएगा।
शुक्रवार को भी दिल्ली के साथ नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत दर्जनभर शहरों में प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में है। दिल्ली के पूसा रोड में 777 और अशोक विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स 757 है, तो ओखला 722 है। इसके अलावा, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के पास 733 और आरकेपुरम में 628 है। इस बीच खबर आ रही है कि दिल्ली सरकार बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर ऑड-ईवन योजना को अगले कुछ दिनों तक बढ़ाने का ऐलान कर सकती है।
बृहस्पतिवार को दिल्ली-एनसीआर पूरा दिन स्मॉग की चादर में लिपटा रहा। इसे इस मौसम का सबसे घना स्मॉग भी कह सकते हैं। इसका असर दृश्यता पर भी पड़ा जो सुबह आठ बजे 500 मीटर थी। दिन में भी यह 800 मीटर से अधिक नहीं बढ़ी। सामान्य तौर पर दृश्यता का स्तर ढाई से तीन हजार मीटर रहता है। एनसीआर के शहर का एयर इंडेक्स 400 से ज्यादा ही बना हुआ है। आसमान के ऊपरी स्तर में छाए बादलों के कारण प्रदूषण से राहत नहीं मिल पा रही। इससे पहले गुरुवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 461 रहा। इस स्तर को आपात श्रेणी में रखा जाता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े देखे जाएं तो गाजियाबाद और नोएडा में प्रदूषण का स्तर मानक से पांच से छह गुना अधिक है। प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए प्रशासन व यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा के मुताबिक, गुरुवार को प्रदूषण फैलाने पर रेलवे पर 11 लाख रुपये, सिद्धार्थ विहार में बिल्डर एपेक्स दा क्रेमलिन पर एक करोड़ एक लाख रुपये रुपये, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का निर्माण कर रहे एनएचएआइ के ठेकेदार एपको कंपनी पर एक करोड़ एक लाख रुपये का जुर्माना लगाने के साथ साइट पर काम कर रहे नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, एनएचएआइ पर भी एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।