चंड़ीगढ़: पंजाब में भी कांग्रेस आलाकमान के द्वारा बुलाए गए डिजिटल कैंपेन “स्टैंड अप इंडिया” का काफी असर देखने को मिला। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद अपना एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया और केंद्र सरकार से गरीबों को 10 हजार रुपये की फौरी राहत और उसके बाद 7500 रूपये की मासिक आर्थिक सहायता देने की मांग उठाई। इसके साथ ही कैप्टन ने मनरेगा मजदूरों और छोटे उद्योगों के लिए भी केंद्र सरकार से आर्थिक राहत देने की मांग की।
इस डिजिटल प्रोटेस्ट के बावजूद पंजाब सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट रैंक प्राप्त विधायक राज कुमार वेरका अपने घर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दिखाई दिए। राज कुमार वेरका ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो कोरोना लॉकडाउन के नाम पर पैकेज जारी करने की बात कही है वो सीधे तौर पर देश की जनता के साथ एक भद्दा मजाक है और अब तक किसी को भी कोई भी आर्थिक सहायता नहीं मिली है, इसी वजह से कांग्रेस की तरफ से प्रोटेस्ट किया जा रहा है।
वहीं जहां कांग्रेस के नेता केंद्र सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे थे तो आम आदमी पार्टी ने पंजाब सरकार से पूछा कि पहले वो ये बताएं कि उन्होंने अब तक पंजाब के लोगों के लिए किसी तरह का कोई भी बेलआउट पैकेज क्यों नहीं जारी किया है। पंजाब से आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को चिट्ठी लिखकर छोटे उद्यमियों, किसानों और गरीब लोगों के बिजली के बिल और अन्य पानी के बिल और प्रॉपर्टी टैक्स अगले 3 महीने तक माफ करने की मांग की और कहा कि पंजाब के लोगों को ये फौरी राहत के तौर पर मिलना चाहिए और पंजाब सरकार को इसे लेकर बेलआउट पैकेज का ऐलान करना चाहिए।
कांग्रेस की तरफ से राजकुमार वेरका ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी जनता के लिए कोई राहत चाहती है तो उन्हें भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसे लेकर मांग करनी चाहिए और आम आदमी पार्टी पहले ये बताए कि उन्होंने जनता के लिए क्या किया है।