देवबंद में जमीयत के अधिवेशन का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन अधिवेशन में मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि इतना कुछ सहने के बाद भी हम खामोस हैं। ऐसे में हमारे सब्र का इम्तिहान लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हमारा खाना, हमारा पहनना पसंद नहीं है तो कहीं और चले जाओ।
सहारनपुर। देवबंद में जमीयत के अधिवेशन का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन अधिवेशन में मौलाना महमूद मदनी (Maulana Mahmood Madani) ने कहा कि इतना कुछ सहने के बाद भी हम खामोस हैं। ऐसे में हमारे सब्र का इम्तिहान लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हमारा खाना, हमारा पहनना पसंद नहीं है तो कहीं और चले जाओ।
मौलाना मदनी (Maulana Mahmood Madani) ने कहा कि वे जरा-जरा सी बात पर हमें कहते हैं कि पाकिस्तान चले जाओ। अरे तुम्हें मौका नहीं मिला था पाकिस्तान जाने का। हमें मौका मिला लेकिन हमने रिजेक्ट कर दिया था। बता दें कि, जमीयत उलमा-ए-हिंद के दो दिवसीय अधिवेशन में उलमा देश के मौजूदा हालात समेत अनेक मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं।
इसमें ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा शाही ईदगाह और कॉमन सिविल कोड को लेकर कई प्रस्ताव पाश किए। इसका सभी ने खुलकर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कॉमन सिविल कोड को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है। बता दें कि, जमीयत के इस अधिवेशन में 25 राज्यों से दो हजार से अधिक पदाधिकारी शामिल हुए हैं।