नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 23 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे कर लिए। साल 2004 में उन्होंने इसी दिन गांगुली की कप्तानी में बांग्लादेश के खिलाफ अपना डेब्यू मैच खेला था। वे डेब्यू के तीन साल के अंदर ही टीम इंडिया के कप्तान बन गए थे। उनके नेतृत्व में भारत वनडे, टी-20 के साथ-साथ चैम्पियंस ट्रॉफी भी जीता। वे आईसीसी की इन तीनों ट्रॉफी जीतने वाले दुनिया के इकलौते कप्तान हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में धोनी के 15 साल पूरे हो चुके हैं और इस दौरान उन्होंने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वो किसी और खिलाड़ी के लिए हासिल कर पाना काफी मुश्किल है। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को तीन बार आईसीसी ट्रॉफी जिताई हैं और दुनिया का कोई भी कप्तान ऐसा नहीं कर सका है। धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी जीती है। धोनी फिलहाल इंटरनेशनल क्रिकेट से ब्रेक पर हैं और लगातार इस बात की चर्चा हो रही है कि वो इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सकते हैं।
रांची के इस बेजोड़ विकेटकीपर बल्लेबाज ने ने बांग्लादेश के खिलाफ 2004 में सौरव गांगुली की कप्तानी में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। वो सभी फॉरमैट में मिलाकर 17266 रन बना चुके हैं। 38 साल के धोनी ने भारत के लिए 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 खेले हैं। वो विकेट के पीछे 829 बल्लेबाजों को शिकार बना चुके हैं। अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल कर चुके धोनी ने भारत को 2011 वर्ल्ड कप जिताया जिसके फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ उनका छक्का क्रिकेट फैन्स की सुनहरी यादों में शुमार हो चुका है।
धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम विश्व क्रिकेट में सीमित ओवरों की सबसे सफल टीम बनी। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट और वनडे रैंकिंग में भी टॉप पर पहुंची। धोनी ने आईपीएल फ्रेंचाइजी टीम चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को तीन बार खिताब और दो चैम्पियंस लीग खिताब दिलाए हैं। पिछले कुछ महीने से हालांकि उनके संन्यास को लेकर अटकलें जोरों पर हैं। भारत के लिए आखिरी मैच उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल खेला था। संन्यास के सवाल पर उन्होंने हाल ही में कहा था, ‘जनवरी तक मुझसे कुछ मत पूछिए।’