नई दिल्ली। जहां एक तरफ कांग्रेस पार्टी खुलकर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रही है, पंजाब राज्य में इसके खिलाफ सदन से प्रस्ताव भी पारित करवा दिया वहीं अब कांग्रेस के ही दिग्गज नेता नागरिकता संशोधन कानून का बचाव करते नजर आ रहे हैं। कपिल सिब्बल और सलमान खुर्शीद के बयानों से कनफ्यूजन की स्थिति पैदा हो गई है।
आपको बता दें कि जबसे मोदी सरकार ने संसद के दोनो सदनो से नागरिकता संशोधन कानून का बिल पारित करवाया है तभी से कांग्रेस इस बिल का खुलकर विरोध कर रही है। ऐसे कई मौके आयी जब प्रियंका गांधी और राहुल गांधी इस कानून की खिलाफत करने वालों का समर्थन करते नजर आये। यहां तक कि प्रियंका गांधी धरने पर भी बैठी। वहीं कांग्रेस की तरफ से ये भी दावा किया गया कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं वहां के सदन में इसके खिलाफ बिल पास करवाया जायेगा और किसी भी हालात में नागरिकता संशोधन कानून उन राज्यो में लागू नही किया जायेगा। लेकिन अब कांग्रेस में ही इसको लेकर मतभेद की बयानबाजी शुरू हो चुकी है।
दरअसल कपिल सिब्बल ने कहा है कि संवैधानिक रूप से कोई भी राज्य सरकार इस कानून को लागू करने से मना नहीं कर सकती है क्योंकि यह संसद से पास हो चुका है। उनकी इस बात का सलमान खुर्शीद ने भी समर्थन किया है, उन्होने भी कपिल सिब्बल का बयान दोहराया, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कानून का परीक्षण अदालत में हो सकता है और मामला सुप्रीम कोर्ट में है और जब तक इस पर फैसला नहीं हो जाता है यह अस्थाई है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने कहा कि राज्यों को केंद्र से असहमत होने का अधिकार है और जब तक मुद्दे का अदालत में फैसला नहीं हो जाता, उन्हें ‘‘असंवैधानिक कानून” लागू करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।