1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. एनसीपी के दिलीप वलसे पाटिल होंगे राज्य के नए गृह मंत्री

एनसीपी के दिलीप वलसे पाटिल होंगे राज्य के नए गृह मंत्री

महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में नए गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल होंगे। वसूली के आरोपों में घिरे अनिल देशमुख के इस्तीफे के बाद वह इस पद को संभालेंगे। दिलीप वलसे पाटिल पुणे ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक हैं।

By शिव मौर्या 
Updated Date

मुंबई। महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में नए गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल होंगे। वसूली के आरोपों में घिरे अनिल देशमुख के इस्तीफे के बाद वह इस पद को संभालेंगे। दिलीप वलसे पाटिल पुणे ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक हैं।  बता दें कि मुंबई पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोपों में घिरे महाराष्‍ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है। आज ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीबीआई को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की 15 दिनों के भीतर प्रारंभिक जांच शुरू करने के लिए कहा है।

पढ़ें :- UP Lok Sabha Election Phase 1 Live: रामपुर में यहां एक घंटे तक नहीं पड़े वोट, सपा प्रत्याशी का गंभीर आरोप

यह इस्तीफा एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पर हुई बैठक के बाद दिया है । माना जा रहा था कि बॉम्बे हाईकोर्ट के तरफ से सोमवार को दिए गए आदेश के बाद अनिल देशमुख से इस्तीफा लिया जा सकता है। देशमुख ने सोमवार दोपहर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

इस बात की जानकारी देते महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के बाद अनिल देशमुख ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की और अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई। इसके बाद, शरद पवार ने भी सहमति दे दी। मलिक ने आगे कहा कि उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले का सम्मान करने के लिए यह कदम उठाया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव को भेजे गए अपने पत्र में अनिल देशमुख ने लिखा है कि उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद गृह मंत्री के रूप में बने रहना नैतिक रूप से सही नहीं लगता है।

बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार और डिप्टी सीएम अजित पवार के बीच में बैठक हुई। शरद पवार के मुंबई स्थित घर पर हुई इस मीटिंग में अनिल देशमुख और सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं। बैठक में इस पूरे मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई क्योंकि एनसीपी और एमवीए सरकार के लिए यह शर्मनाक होगा यदि गृह मंत्री को सीबीआई जांच के लिए बुलाया जाता है।

पढ़ें :- पहले चरण की वोटिंग आज: शाम 6 बजे तक होगा मतदान, 1625 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीेएम में हो जायेगी कैद

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...