पेट के बल नही सोना चाहिए। क्योंकि इससे सीना पर दबाव पड़ता है और सांस लेने में समस्या हो सकती है। खासकर अस्थमा मरीजों के लिए तो बिल्कुल सही नहीं। पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डी पर भी प्रेशर पड़ता है।
पेट के बल नही सोना चाहिए। क्योंकि इससे सीना पर दबाव पड़ता है और सांस लेने में समस्या हो सकती है। खासकर अस्थमा मरीजों के लिए तो बिल्कुल सही नहीं। पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डी पर भी प्रेशर पड़ता है।
आज कल लोग बिना फोन के नही रह पाते है। उनको हर जगह पर फोन ले जाना होता है। यहां तक कि वो सोने के वक्त भी इसका देर तक इस्तेमाल करते हैं और सोते वक्त भी इसे बगल में रखकर सोते हैं। फोन से निकलने वाले रेडिएशन का सेहत पर बहुत खतरनाक असर पड़ता है।
अगर आप भी सोते वक्त लाइट जला कर सोते है तो सचेत हो जाइए। आपको बता दें कि एक सोध के मुताबिक अंधेरे में बॉडी ज्यादा रिलैक्स होती है और नींद अच्छी आती है। जिसके कारण सुबह उठकर फ्रेश महसूस ना करने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कहा जाता है कि जिस तरह कम नींद बॉडी के लिए नुकसानदायक है ठीक तरह ज्यादा नींद भी। हमारे शरीर में एक स्लीप साइकल होती है जो नींद पूरा करने में मदद करती है। अगर आप ज्यादा देर तक सोते हैं तो यह साइकल एक बार पूरी होकर फिर से शुरू हो जाती है और साइकल पूरा न होने पर जब आप नींद से उठते हैं तो थका हुआ और आलस महसूस करते हैं।