नई दिल्ली। जहां एक ओर केंद्र की मोदी सरकार अर्थव्यवस्था में दिख रही मंदी के लिए विपक्ष की आलोचनाओं का शिकार है वहीं ऐसे में कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद की तरफ से आया एक बयान सरकार को राहत दे सकता है। कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने मोदी सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया। प्रसाद ने इसके लिए बढ़ती जनसंख्या को कारण बताया है।
जितिन प्रसाद ने बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था में मंदी के लिए जनसंख्या को जिम्मेदार बताते हुए जनसंख्या रोक के लिए कानून की मांग भी की। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर राष्ट्रव्यापी चर्चा होनी चाहिए और इसके लिए कानून बनाया जाना चाहिए। अगर देश को आगे बढ़ना है तो इसके लिए ठोस कदम उठाने पड़ेंगे। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इसके लिए जिस भी कानून को लाने की जरूरत पड़े, सरकार को उसे लाना चाहिए।
उन्होंने ये भी कहा कि अर्थव्यवस्था डूब रही है और बेरोजगारी बढ़ रही है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जनसंख्या को नियंत्रण में नहीं किया गया। भारत की बढ़ती हुई जनसंख्या के चलते पर्यावरण पर असर, जल संकट, प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव बढ़ा। लिहाजा राष्ट्रीय हित में ये जरूरी है कि हम सबको राजनीति से ऊपर उठकर मिलकर काम करना चाहिए।
भाजपा में शामिल होने की खबरें, कांग्रेस ने किया खंडन
जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी शुक्रवार सुबह से ही तेज थीं। कहा जा रहा था कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन ये सब अटकलें प्रसाद के एक ट्वीट के बाद थम गईं। जिसमें उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा की निंदी की।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, अमित जी, भाजपा के कारण रोजगार की जो भयावह समस्या देश में व्याप्त है, वह उत्तर प्रदेश में और भी गहरी है। कांग्रेस इसको दूर करने हेतु संघर्षरत है, हम यह संघर्ष और तेज करेंगे। आपके स्वास्थ्य सेवा संदर्भित विचारों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी उनके पार्टी छोड़ने की अफवाहों को गलत करार दिया है। सूत्रों के मुताबिक इस बार जितिन प्रसाद पर धौरहरा की बजाय लखनऊ से लड़ने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।