नई दिल्ली। अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़ने के बाद कांग्रेस का हाथ थाम लिया, इसके बाद पार्टी ने उन्हें पटना साहिब से टिकट दे दिया और वह केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को चुनौती दे रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया कि जब उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी को पार्टी छोड़ने की बात बताई तो उनकी आंखों में आंसू आ गए।
सिन्हा ने कहा, “जब मैंने अपनी पॉलिटिकल करियर की नई शुरुआत करने का फैसला किया तो सबसे पहले मैं आडवाणी जी का आशीर्वाद लिया। उन्होंने मुझे शुभकामनाएं दी, वो भावुक थे, उनके आंखों में आंसू थे लेकिन उन्होंने मुझे रोका नहीं।” बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए आडवाणी को टिकट न दिए जाने की सिन्हा ने खुलेआम आलोचना की थी।
आडवाणी को टिकट न दिए जाने के समय शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी और एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने भी बीजेपी पर सम्मान न करने के आरोप लगाए थे। बता दें कि इस बार बीजेपी ने गांधीनगर सीट से आडवाणी की जगह पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को टिकट दिया है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने ये भी कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में और आज के समय में काफी फर्क है। उन्होंने कहा कि उस समय देश में लोकतंत्र था और आज देश में तानाशाही है। उन्होंने एलके आडवाणी का उदाहरण देते हुए कहा कि आज बीजेपी अपने वरिष्ठ और बुजुर्ग नेताओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है।