मुंबई: सुजैन खान की बहन फराह खान पिछले दिनों रंगोली चंदेल के साथ ट्विटर वॉर के चलते चर्चा में आई थीं। सोशल मीडिया पर हुई इस बहसबाजी का नतीजा यह हुआ कि रंगोली का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया। हाल ही में फराह ने कहा, कोरोना नहीं अभी असली वायरस है हमारे बीच फैली नफरत। मैं रंगोली को निजी तौर पर नहीं जानती। मैं पहले एक-दो बार उससे मिली हूं, लेकिन यह मुलाकात बहुत पहले हुई थी।
हमारी औपचारिक मुलाकात हुई थी और मैं तो उसे ट्विटर पर फॉलो भी नहीं करती हूं। मैंने उसके ट्वीट देखे क्योंकि किसी ने उन्हें रीट्वीट किया था और मुझे ये पढ़कर बहुत धक्का लगा। रंगोली का अकाउंट सस्पेंड होने के बाद फराह ने लिखा, शुक्रिया ट्विटर इस अकाउंट को सस्पेंड करने के लिए। मैंने इसकी शिकायत की थी क्योंकि वो एक समुदाय विशेष को टारगेट कर रही थीं।
आगे फराह ने कहा उन्होंने खुद की नाजियों से तुलना करते हुए समुदाय विशेष के लोगों को एक कतार में खड़े करके गोली मार देने की बात कही। फराह ने कहा आप किसी व्यक्ति विशेष या पूरे समुदाय के लिए मौत की मांग नहीं कर सकते। जब आप खुद की तुलना नाजियों से कर रही हैं तो आप भ्रूण हत्या को बढ़ावा दे रही हैं और इतिहास तो हम सभी जानते हैं। हो सकता है कि आपको मुसलमान पसंद नहीं हों, हो सकता है कि आपका कोई निजी अनुभव रहा हो या फिर शायद ये सिर्फ आपकी राय हो। मुझे इस से कोई दिक्कत नहीं है।
सभी का कोई न कोई ओपिनियन होती ही है। लेकिन आप लोगों से ये अपील नहीं कर सकती कि जाकर किसी को गोली मार दीजिए। ये भड़काऊ बयान है। आप अपनी बात को इस तरह से नहीं रख सकतीं। अभी देश ऐसे हालात में है जहां हम एक वायरस से लड़ रहे हैं। लोग भूख और गरीबी से मर रहे हैं। वो एक सेलेब्रिटी है और एसिड विक्टिम होने के बावजूद यहां तक पहुंच गई हैं। उन्हें लोगों को प्रेरक बातें बतानी चाहिए और उल्टा वह लोगों के सामने जहर उगल रही हैं ।